इश्क गजब का शहर हैं..
यहाँ करोडो की भीड हैं..
दिल एक पर आता है..
प्यार करना आता नहीं..
फिर भी किसी अजनबी पर..
प्यार आ जाता हैं..

चल पडते हैं इश्क के सफर पर..
सफर में ही रह जाते हैं..
थामे हाथ लोग कसमें खाते..
कसमें ही जुदा कर देती हैं..

न जाने कितने दिल टुटे..
मिलकर भी कुछ ना मिले..
कुछ दिल ऐसे मिले..